चांदनी रात में बरसात बुरी लगती है...गजल गीत-
नितिन कुमार उत्तर प्रदेश से एक गजल सुना रहे है
चांदनी रात में बरसात बुरी लगती है-
धरती में मेरा हर बात बुरी लगती है-
आग की मोहिनी सूरत बिगाड़ देती है-
बड़े बड़ो को जरुरत बिगाड़ देती है-
गैरो के गिला क्या करे अपने बदल गये...(GM)