दया दृष्टि होगी तो मुझको बचा लो...गीत-
कमल विहार, रायपुर (छत्तीसगढ़) से टिकई दास धार एक गीत सुना रहे हैं:
कोई माता होंगे तो दूध पिला दो-
दया दृष्टी होगी तो मुझको बचा लो-
एक माँ ने मुझको जनम दिये हैं-
दो दिन न हुये मुझे फेंक दिये हैं-
उस माँ को मै मै नहीं जानती-
इसीलिये उसे माँ नहीं मानती-
ऐसे कुकरमी माँ को जेल में सडा दो-
दया दृष्टी होगी तो मुझको बचा लो...