नर हो न निराश करो मन को,कुछ काम करो,कुछ काम करो...
ग्राम-जुड़ेंगा,जिला-कोंडागाँव,छत्तीसगढ़ राज्य से फूलधर नाग एक कविता सुना रहे हैं
नर हो न निराश करो मन को – कुछ काम करो, कुछ काम करो-
जग में रहकर कुछ नाम करो-
यह व्यर्थ हुआ कुछ अर्थ अहो-
समझो जिसमें यह व्यर्थ न हो-
कुछ तो उपयुक्त करो तन को-
नर हो न निराश करो मन को...