स्वास्थ्य स्वर : उदर विकार का घरेलू उपचार-
प्रयाग विहार, मोतीनगर, रायपुर (छत्तीसगढ़) से वैद्य एच डी गांधी उदर विकार का घरेलू उपचार बता रहे हैं, आज के समय में काम के चलते समय पर खाना न मिलने और भूख के लगने पर कुछ भी खा लेने से पेट की बीमारी में इजाफा हो रहा है, आइये जानते है इस बीमारी का घरेलू उपचार : नौ सादर 20 ग्राम, सोंठ 20ग्राम, अजवाईन 20 ग्राम, सेंधा नमक 10 ग्राम, सांभर नमक 10ग्राम, नीबू का सत्व 10ग्राम, अनार दाना 40 ग्राम, पुदीनहरा की पत्ती 40 ग्राम, आम का चूर्ण 40 ग्राम, काली मिर्च 5 ग्राम, पीपली 5ग्राम इन सब को साफ कर कूट पीस कर चूर्ण बना लें| और भोजन के बाद एक-एक चम्मच चूर्ण दिन में दो बार सेवन करें लाभ हो सकता है : एच डी गांधी@9111061399.