हम लोग गोटुल में नाच गाना करते है और अपने विचारों का आदान प्रदान करते है, इसी से एक सीखते है (गोंडी) @5
ग्राम-घोडागावं, पंचायत-घोडागावं, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से अमर मरावी के साथ लालसू सिहं नुरेटी गोटुल के बारे में बता रहे है की गोटुल में लड़के लड़कीयां नाचना गाना करते हैं और गावं में कुछ विशेष बात रहता है तब गोटुल में ही सभी लोग इक्कटा होकर अपने विचारो का आदान प्रदान करते है| होली दिवाली में भी नाचते है बिना नाचे शादी नही होता और गावं में कोई समस्या होता हैं तो सभी लोग जैसे लड़के, लड़कीयां, बुजुर्ग एक साथ बैठकर समस्या को सुलजाते है गावं के लोग थाना में शिकायत नहीं करते गावं में ही सुल्जाते है और इसी से एक दूसरे सीखते है |