भईया हो ले जाना मोर गांव के संदेश...आदिवासी वेदना गीत-
सीजीनेट के साथी अमर मरावी एक गीत सुना रहे है:
भईया हो ले जाना मोर गांव के संदेश-
हां ले जाना मोर आदिवासी के संदेश-
बिजली नई है, रोड नई है, नई है राशन पानी-
भईया बहिन घुट-घुट काटे जिन्दगानी-
घर ला छुड़ावे हमर जंगल छुड़ावे-
जहां खेती होथे वहां पवार प्लांट लगाथे-
घर में एको दाना नई है लईका चील रोथे...