मेरे भारत देश की महिमा निराली थी...कविता
ग्राम-पड़री, तह्सील सिरमौर, जिला-रीवा (म.प्र.) से रमेश प्रसाद यादव एक कविता सुना रहे है:
मेरे भारत देश की महिमा निराली थी-
विश्व गुरु देश का ये हाल देख लीजिये-
बना संविधान जो था दुनिया की शान जो था-
आज गणतंत्र का हाल देख लीजिये-
भूखा सबका पेट यहाँ मचा भ्रष्टाचार है-
मेरे आर्य वर्ग का ये हाल देख लीजिये...