ओला ला लो ओला ला आखी खोखल के दरवाजा खोलते ही, आंगन बुलाती हे ओ लाला...गीत
ग्राम-कुप्पी, विकासखण्ड-ओड़गी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से ललिता एक गीत सुना रही हैं:
ओला ला लो ओला ला आखी खोल के दरवाजा खोलते ही,आंगन बुलाती हे ओ लाला-
आंगन को झार कर मुह तो धोते ही, नला बुलाती हो लाला नला बुलाती ओ लाला-
नाला से पानी भर के लाइ तो, नानी बुलाती हैं हो लाला नानी बुलाती है ओ लाला-
नानी की सेवा करती रही तो सासु पुकारती हैं,ओ लाला सासु पुकारती हे ओ लाला-
सासु की सेवा करती रहू तो ससुर बुलाता है, ओ लाला ससुर बुलाता है ओ लाला-
ओला ला ओला ले आखी खोखल के दरवाजा खोलते ही, आंगन बुलाती हे ओ लाला...