चार कदम दूर रहो, दूर रहो, दूर रहो, बेईमान उधारी से, चार कदम दूर रहो...गीत
ग्राम-सिवनी, विकासखण्ड-मरवाही, जिला-बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से कान्ता शर्मा एक गीत सुना रहे है:
चार कदम दूर रहो, दूर रहो, दूर रहो, चार कदम दूर रहो-
मशहूर दोपहरी से, एक नैन उधारी से-
बेईमान उधारी से, शैतान भिकारी से, चार कदम दूर रहो-
एक आश पराई से, घर बैठे जमाई से-
सच्चे की कमाई से, बदनाम भौजाई से-
एक व्यर्थ लड़ाई से, मुह ज़ोर लुगाई से, चार कदम दूर रहो-
एक बैध अनाड़ी से, घोड़े की पिछाड़ी से, चार कदम दूर रहो, चार कदम दूर रहो...