शहर शहर घूम घूम के, गाँव-गाँव घूम घूम के, सीजीनेट वाले बता रहे कोयों को...सरगुजिया कविता...
ग्राम-नीलकंठपुर, पंचायत-कोरगी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से जगदेव प्रसाद पोया एक सरगुजिया कविता सुना रहे है:
शहर शहर घूम घूम के, डहर, डहर घूम घूम कर-
सीजीनेट वाले जगा रहे कोयों को-
गाँव-गाँव घूम घूम के, मोहल्ला मोहल्ला घूम घूम के-
सीजीनेट वाले बता रहे कोयों को-
मेरे साथी, मेरे साथी मेरे दोस्तों, मेरे दोस्तों-
धर्म अपने भूल गये, संस्कृति अपनी भूल गये-
सीजीनेट वाले याद दिला रहे कोयों को...