उन नक़ल का करें प्रचार, लड़का तड़पेंय हजार...बघेली कविता
जिला-सिंगरौली (मध्यप्रदेश) थाना+तहसील-माड़ा, पोस्ट-बिन्दूल,ग्राम-जीर से अमोद सिंह गहरवार एक बघेली कविता सुना रहे हैं:
उन नक़ल का करें प्रचार लडिका तड़पेंय हजार-
कहएं तोहिं पास कराउब चाहे कोई बिध अपनाउब-
इतने में जो पास न होउब पुनः मूल्याङ्कन फार्म भराउब-
लड़का कुछ रहें सीधी कुछ रहें सतना कुछ तो रहें बिहार अउ पटना-
कुछ तो रहें बिन ददुआ के दादा और बतावें रहे थे बांदा-
गुस्सा रहे पुलिस तैनात होइगे चोर पुलिस के साथ-
पुलिसव् वाले नक़ल करवावें कुछ का कय चुटका वो पहुँचावे-
नक़ल करवावें रेलम पेल पास हो जैहें खेलय खेल-
लेकिन चेकर जो आवें पइहें तुरतय फार्म भराइन लाईहे-
जब शिक्षक लागें थर्राय सब लड़का लागें कर्राय-
परिवेक्षक जब पानी मंगवावें चपरासी चुटका लय धावे...