मैडम तेरी कसम दिन रात पढ़ते हैं हम...शिक्षा पर कविता
जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से अरुण कुमार एक शिक्षा पर एक कविता सुना रहे है:
मैडम तेरी कसम दिन रात पढ़ते है हम-
फिर भी नम्बर कम पाते हैं हम-
बोलो क्या करें हम-
पहला पिरेड है हिंदी-
जिसके माथे पे है बिंदी-
बोलो क्या करें हम-
दूसरा पिरेड है भूगोल-
जिसमे सारी दुनिया है गोल-
बोलो क्या करें हम...