बेटी हूँ मैं बेटी तारा बनूँगी, तारा बनूँगी मैं सहारा बनूँगी...बेटियों पर गीत
ग्राम-पनेड़ा, विकासखंड-गीदम, जिला-दंतेवाडा (छत्तीसगढ़) से राजकुमारी कोडयाम बेटियों पर एक गीत सुना रही है:
बेटी हूँ मैं बेटी तारा बनूँगी, तारा बनूँगी मैं सहारा बनूँगी-
गगन पे चमके चंदा मैं जब तक चमकुंगी-
जब तक चमकुंगी मैं उजियाला लाऊंगी-
पढूंगी लिखूंगी मैं मेहनत भी करुँगी-
अपने पाँव से चलकर मैं दुनिया को देखूंगी-
दुनिया को देखूंगी मैं दुनिया को समझूंगी-
बेटी हूँ मैं बेटी तारा बनूँगी, तारा बनूँगी मैं सहारा बनूँगी...