शिक्षा हमें परिस्थितियों को अनुकूल बनाने और अपनी संभावनाओं को पूरा करने में मदद करती है...
शिक्षा के माध्यम से हम अपना और अपने परिवार के विकास के साथ राष्ट्र के निर्माण में भी अपना योगदान दे सकते हैं, वर्तमान में शिक्षा के प्रति हमारे सोच में परिवर्तन हो गया हैं, आज के समय में युवक युवतियां शिक्षा को सिर्फ रोजगार से जोड़ते हैं, विद्यार्थी आज तकनीकि शिक्षा की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं, तकनीकि शिक्षा ने परंपरागत शिक्षा प्रणाली को पीछे धकेल दिया है इसके परिणाम ये हुआ है कि मानवों में नैतिकता, मानवीयता, सदाचार का अभाव होते जा रहा है जो चिंता का विषय है, शिक्षा हमारी मानवीय और शारीरिक क्षमताओं के अनुरूप होना चाहिए लेकिन आज के विद्यार्थी पैसे की भागमभाग में नैतिक शिक्षा को पीछे छोड़ चुके हैं जो जीवन का आधार है | प्रीतमलाल प्रजापति@9522824525.