झोला छाप डाक्टरों पर रोक के बाद सरकारी डाक्टरों की निजी प्रैक्टिस पर तुरत रोक लगाई जाए...
ग्राम-छपोरा, तहसील-मालखोरदा, जिला-जांजगीर-चाम्पा (छत्तीसगढ़) से दुजीराम जायसवाल बोल रहे हैं कि केंद्र और राज्य सरकार ने जो स्वास्थ्य को लेकर अभियान चलाया है कि झोलाछाप चिकित्सको पर बैन लगा दिया जिनके कारण कई लोगो की मौत हो रही थी ये सरहानीय काम किया है लेकिन जो सरकारी चिकित्सक हैं वो व्यक्तिगत चिकित्सालय खोलकर गरीबों का शोषण कर रहे हैं उनसे परामर्श के रूप में 150 से लेकर 300 रूपए लेते हैं जो गरीबों के लिए अधिक है और सरकारी हॉस्पिटल में अपने काम में लापरवाही करते हैं इस पर तुरत रोक लगना चाहिए इसलिए सीजीनेट के साथियों, अधिकारियों एवं चिकित्सा मंत्री से मदद की अपील करे हैं जिससे इस समस्या का निराकरण हो सके | जायसवाल@9893292407.