जिन्दगी एक किराये का घर है, इसे एक दिन बदलना पड़ेगा...गीत
ग्राम-कुलुखेड़ा, पोस्ट-बेलगाव, जिला-छिन्दवाडा (मध्यप्रदेश) से चांदनी मसकोले एक गीत सुना रही है:
जिन्दगी एक किराये का घर है, इसे एक दिन बदलना पड़ेगा-
मौत जब तुझको आवाज़ देगी, घर से बाहर निकलना पड़ेगा-
तेरी मिट्टी का हर आदमी है, बाद मरने के होना यही है-
जब चिताओं में जलना पड़ेगा, और जमीनों में कब्र बनेगा...