भाई अनूपपुर शहर मा हमके रहे नहीं भाई...सीजीनेट कार्यशाला से गीत
कैलाश पोया ग्राम-जमुड़ी जिला-अनूपपुर मध्यप्रदेश से जहां सीजीनेट की कार्यशाला चल रही हैं उसके बारे में गीत सुना रहे हैं, वे बता रहे हैं कि यहां प्लेट में खाने को मिलता है जबकि जंगल में वे लोग दोना पत्ते में खाना खाते हैं :
हमके नहीं रहे भाई, हमके नहीं रहे
भाई अनूपपुर शहर मा हमके रहे नहीं भाई-
तगाडी में खाना देथे भाई बेलचा में खाई-
हमके नहीं रहे भाई-
शहर के हवा नहीं धर लेही बीमारी...