आपका स्वास्थ्य आपके मोबाइल में: मिर्गी रोग के बारे में भील आदिवासी ज्ञान
ग्राम भेड़िया, तहसील सोंधवा, जिला अलीराजपुर (मध्यप्रदेश) से भुवान सिंह चोंगड़ के साथ उपस्थित है भील आदिवासी वैद्य भूरला भाई जो मिर्गी की बीमारी के बारे में बता रहे हैं । वे कहते हैं लाल कांदा अर्थात् प्याज दो किलो ले ले और उसे पीस लें और प्रतिदिन तीन खुराक लेवे सुबह, दोपहर तथा शाम इससे मिर्गी की बीमारी में शीघ्र लाभ मिलता है | वे आगे बता रहे हैं कि सुवर तथा खरगोश का खून पीने से भी मिर्गी की बीमारी में आराम मिलता है | भूरला भाई गाँव के वैद्य हैं और वे यह दावा करते हैं कि इस तरह से उन्होंने कई लोगों को इस रोग से मुक्ति दिलाई है । स्वास्थ्य स्वर इस जानकारी के बारे में कोई राय नहीं रखता है । आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप भुवान जी से 9753250250 पर संपर्क कर सकते हैं ।