जागो गोंडवाना के जवानों सोने का अब वक्त नहीं, जो गोंडवाना के काम न आए वो गोंडवाना का रक्त नहीं...
जागो गोंडवाना के जवानों सोने का अब वक्त नहीं, जो गोंडवाना के काम न आए वो गोंडवाना का रक्त नहीं। गोंडवाना लैंड के रहवइया आदिवासी कहवैया। ग्राम-बरपटिया, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से धनसाय मरावी बता रहे हैं कि समाज हम लोगो को क्या नहीं देता है. वे छत्तीसगढ़िया भाषा में बता रहे हैं अपन समाज अपन ला जीवन देइस, समाज अपन अंग ला दूध अपन ला पिलाईस, गोदी माँ सुलाइस, ठण्ड धूप से बचाईस, हाथ पकड़कर चलना सिखाइस, और बड़े होने पर रोटी और बेटी देइस, पढ़ाइस लिखाइस तो ओखर बाद इतना सब पढ़ लिख के हम अगर समाज ला काम नहीं आए तो इस जन्म का क्या अर्थ है? हम मूलनिवासी हैं पर कमज़ोर क्यों है यह सोचना है. धनसाय मरावी@7694867194