स्वान्गा ला छोड़े सहे ला मिल जाए...सरगुजिया बोली में गीत...
रूपलाल मरावी ग्राम धुमादाड जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ से समाजसेविका राजमोहनी देवी पर एक गीत सुना रहे हैं :
स्वान्गा ला छोड़े सहे ला मिल जाए-
माता पिता छोड़े करम फुटी जाये-
करम फटी जाये, करम फटी जाये-
करम फटी जाये, करम फटी जाये-
माता पिता छोड़े, करम फुटी जाये-
जीवा ला मढ़ावे रे, जीवा ला मढ़ावे रे-
कनिहा ला सोझ करे जीवा ला मढ़ावे रे-
जीवा ला मढ़ावे रेजीवा ला मढ़ावे रे-
कनिहा ला सोझ करे जीवा ला मढ़ावे रे-
स्वान्गा ला छोड़े सहे ला मिल जाए-
माता पिता छोड़े करम फुटी जाये – स्वान्गा ला छोड़े सहे ला मिल जाए...