कहीं नहीं जाना यहीं चली आना...भक्ति गीत
शैलजा मिश्र जिला-रीवा, मध्यप्रदेश से एक भक्ति गीत सुना रही हैं:
कहीं नहीं जाना यहीं चली आना-
कहाँ की तैयारी है वो माँ शेरावाली है-
तेरे दुवारे मैया एक लंगड़ा पुकारे-
लंगड़े को पैर देना माँ अरज हमारी है-
तेरे दुवारे मैया बाँझन पुकारे-
बाँझन को पुत्र देना माँ अरज हमारी है-
तेरे दुवारे मैया अंधा पुकारे-
अंधे को आँख देना अरज हमारी है-
कहीं नहीं जाना...