आ गयी लड़न की बारी ए गुड़िया कर लो तैयारी...संघर्ष गीत
आ गयी लड़न की बारी ए गुड़िया कर लो तैयारी
जंगल भी लूट गयी जमीनो भी लुट गयी
लुट गयी खेत और बाड़ी ए भैया कर लो तैयारी
कुआँ भी लुट गयी बौंडिया भी लुट गयी
बिक गयी पानी पानी ए गुड़िया कर लो तैयारी
आ गयी लड़ने की बारी गुइयाँ कर लो तैयारी
तालाब भी बिक गए तलैया भी बिक गयी
बिक गयी मछलियाँ सारी ए गुड़िया कर लो तैयारी
बाग भी लुट गयो बगीचा भी लुट गयो
लुट गयी महल-अटारी ए गुड़िया कर लो तैयारी
बेटा भी बिक रहा भइया भी बिक रहा
लुट गयी बिटिया सारी ए भइया कर लो तैयारी
धन भी लुट गयो धर्म भी लुट गयो
देख रही घुंघटा डारी ए गुड़िया कर लो तैयारी