मेहनत करे लंगोटी वाला टोपी वाला खाये रे...
न्याय नाम कि चीज़ नहीं है,अन्याय बढ़ता जाए रे
मेहनत करे लंगोटी वाला टोपी वाला खाये रे ।
न्याय नाम कि चीज़ नहीं है,अन्याय बढ़ता जाए रे
मर-मर के जो मेहनत करता उसका पेट कभी नहीं भरता रे
पाल रहा है जग को सारा खुद भूखा सो जाए रे।
न्याय नाम कि चीज़ नहीं अन्याय बढता जाए रे
अत्याचार भ्रष्टाचार इसी को कहते है श्रष्टाचार
दिन-दिन मेरे देश कि हालत बिगड़ी जाए रे।
मेहनत करे लंगोटी वाला टोपी वाला खाये रे
सत्य के सीने पर बैठा मंत्री करता हेरा फेरी
देखो जग भी चांदी के सिक्को से तोला जाए रे
मेहनत करे लंगोटी वाला टोपी वाला खाये रे ।
पुलिस निकलती है गस्ती में दारु पीकर मस्ती में
चोर बैठा है थाने में इन्सान पकड़ा जाये रे
मेहनत करे लंगोटी वाला टोपी वाला खाये रे।