ये वक्त की आवाज है मिल के चलो...
ये वक्त की आवाज है मिल के चलो
ये ज़िन्दगी का राज है मिल के चलो
आओ दिल की रंजिशों को मिटाते आ
आओ भेद भाव को भुलाते आ
ये भूख की ये झूमता है जोर क्यों
हर एक नजर बुझी बुझी हर एक नज़र उदास
ये वक्त है आवाज कि मिल के चलो
जैसे सुर से सुर से मिले हो राग के राग के
जैसे शोले मिले बने आग के आग के