नियमगिरी से एक ओडिया आंदोलन गीत
हम मेहनत करने वाले जब दुनिया में अपना हक मांगेंगे
तब एक ज़मीन का टुकड़ा नहीं, एक देश नहीं हम पूरी दुनिया मांगेंगे
जिन पर्वतों में हीरा है, जिन सागरों में मोती है
वह सारी संपत्ति हमारी है, हम सारा संपत्ति मांगेंगे..
हम मेहनत करने वाले........
जिसका खून बहा है वह शहीद हुआ,
जिसका संसार उजड़ा वह बंदी हुआ,
हम सब हत्या और अत्याचार का जवाब मांगेंगे....
हम मेहनत करने वाले जब दुनिया में अपना हक मांगेंगे
तब एक ज़मीन का टुकड़ा नहीं, एक देश नहीं हम पूरी दुनिया मांगेंगे
( हिंदी अनुवाद पुरुषोत्तम सिंह ठाकुर द्वारा)