ले लो रे ले लो बाबू पीलो नारियल पानी गर्मी में आओ अपने प्यास बुझा लो ...
वीरेंद्र गंधर्व राजनांदगांव छत्तीसगढ़ से नारियल दिवस के अवसर पर एक नारियल गीत सुना रहे हैं:-
ले लो रे ले लो बाबू पीलो नारियल पानी
गर्मी में आओ अपने प्यास बुझा लो
ले लो रे ले लो बाबू पीलो नारियल पानी
गर्मी में आओ अपने प्यास बुझा लो
एक रुपया दाम है पर काम है लाखों का
सौ सौ बीमारियों की एक ही दवा
जरा रुक जा मेरे पास आ ले लो रे ले लो बाबू पीलो नारियल पानी