कोई चल के बता तो किनारा...भजन-
संदीप कुमार कुसवाहा एक भजन सुना रहे हैं, गीत केई बोल हैं, “मेरे सिर से बही है गंगा धारा”|
मेरे सिर से बही है गंगा धारा-
कोई चल के बता तो किनारा-
या पर गंगा, व पार जमुना-
बीच एमई सर जो सहारा-
कोई चल के बता तो किनारा... (AR)