कर लो हरि का भजन धीरे-धीरे...भजन-
ग्राम-मटियालम,जिला-कुशीनगर (उत्तरप्रदेश) से सुकई कुसवाहा एक भजन सुना रहे हैं:
चली जा रही है उमर धीरे-धीरे-
पल ये आठों पहर धीरे-धीरे-
कर लो हरि का भजन धीरे-धीरे-
बचपन भी आये जवानी भी आये-
बुढ़ापे का आया असर धीरे-धीरे...(AR)