मेरी राय है दोनों पक्षों से बात करने से हिंसा को रोका जा सकता है (गोंडी में)...
भण्डारी माहूँ, पंचायत-ककालगुर, विकासखंड-दरभा, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से गंगाराम बारसे वे बता रहें है कि बस्तर में निवास करनें वालें मूल आदिवासियों को मिलजुल कर रहना हैं किसी पक्ष में कोई किसी प्रकार की कोई वाद-विवाद नही करना चाहिए जिसे वे पक्ष-विपक्ष के दृष्टि से बात करना शुरू होता हैं और वही से इस प्रकार की युध्द प्रारंभ होता है जो सालों-साल चलता हैं इस पृथ्वी पर जन्में मनुष्यों को शांतिपूर्ण अपने-अपने कामों को सुचारू रूप से साकार करें एक दुसरें के ऊपर कोई भेदभाव की भावना न रखें. आपस में संघठन में रहें है |