140 आदिवासी परिवार सड़क के दूसरी ओर के हैण्डपम्प पर निर्भर, गर्मियों में ये भी सूख जाता है...
नीमन तिराहा ब्लाक बटियागड जिला दमोह मध्यप्रदेश से आरती वाल्मीक बता रही है कि यहाँ पर 140 आदिवासी परिवार 2005 में आई बाढ़ के बाद से रहते है इनको पानी लेने के लिए सड़क के उस पार जाना पड़ता है जो कि तेज रफ़्तार सड़क है जहाँ भारी वाहनों का आना जाना लगा रहता हैं जिससे दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है आज 21 फरवरी को ही सुबह एक ट्राली दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई. गर्मियों के दिनों में यह एक मात्र हैंडपंप भी जवाब दे देता है और आदिवासी लोग नाले का गन्दा पानी पीने को मजबूर होते है . यहाँ के लोगों की मांग है कि एक हैंडपंप रोड के इस पार लगवा दिया जाये. पीचई विभाग से सचिव शशि भूषण@9098665262. आरती@9179326573