बैगा की तरह पठारी पिछड़ी आदिवासी जनजाति के लिए भी विशेष सरकारी योजना बनाई जाए...
ग्राम-ददरी, पोस्ट-निर्गुटी, थाना+तहसील-कुसमी, जिला-सीधी (मध्यप्रदेश) से अंगत कुमार परस्ते पठारी जाति के बारे में बता रहे हैं कि पठारी जाति भीख मांगने वाली जाति है| ये मध्यप्रदेश में कम जनसँख्या में है| ये आदिवासी है और बड़ादेव के पुजारी है और ये गोंडो के यहाँ पूजापाठ और भीख मांगने के लिए जाते है| इस जाति के लोगो के जगह जमीन नहीं है बहुत गरीब लोग है इनके समाज में बहुत पढ़े लिखे लोग है लेकिन सरकार इनको नौकरी नहीं दे रही है तो इनका कहना है कि जिस तरह बैगा जाति के लिए प्रोजेक्ट है वैसा ही पठारी प्रोजेक्ट हो और उस प्रोजेक्ट के आधार पर सरकार सर्वे कराकर पठारी बच्चो को नौकरी दे ऐसा इनका अनुरोध है| कृपया सभी साथी S.D.M.@9425920720 से बात करें. अंगत@9669983784