स्वासथ्य स्वर: पथरी का इलाज इस पत्ती से
जिला-रीवा मध्यप्रदेस से रवींद्र कुमार जी बता रहे हैं, मैं आज एक औषधि पौधा के बारें में बताने जा रहा हूँ| इसका नाम है पत्थर छटठा| इस पौधे को उपयोग के लिए पत्ती का इस्तेमाल किया जाता है और इससे पथरी का इलाज किया जाता है|यह गद्देदार पत्ती होती है एवं पत्तियों में ही पत्ती निकलती है| ज्यादा जानकारी के लिए संपर्क नंबर @910978 4723.
Posted on: Jan 24, 2022. Tags: DEPARTMENT HELTH JILA-REVA MP RAVINDRA KUMAR
मैं दिव्यांग हूँ नौकरी के लिए अप्लाई कर रहा हूँ, परन्तु सलेक्शन नहीं हो रहा है, कृपया मदद करें-
ग्राम पंचायत-पाली, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से शिवकुमार दिवेदी एम.ए क्वालीफाईड बता रहे हैं , वे एक दिव्यांग हैं| और समाज में लोगों का व्यवहार दिव्यंगों के प्रति ठीक नहीं है| शिवकुमार जी ने कहीं बार सरकारी कार्यालयों में बार-बार आवेदन किया लेकिन किसी भी विभाग में उनका सलेक्शन नहीं हुआ| उनका आवेदन अस्वीकार किया जाता है| कई बार कलेक्टर से बात हो चुकी है किन्तु कोई मदद नहीं मिलती| दिव्यांग होने के कारण उनके साथ भेदभाव किया जाता है| शिवकुमार जी का कहना है की सरकार उनके जैसे लोगों का ध्यान न रखती इनकी मांग है| की जल्द ही किसी कार्यालय से जॉब का आफर हो, ताकि उनकी जीने का जरिया मिल जाए| संपर्क नंबर@9203767814, क्लेक्टर@9893775673, रोजगार कार्यालय@9893874563.
Posted on: Dec 27, 2021. Tags: JILA MADYPRADESH REWA SIVKUMAR DIVEDI
कबर समये मोर बैरी नैना मा...लोक गीत
ग्राम-डीमरागढ़, जिला-जांगीरचांपा (छत्तीसगढ़) से जीवन कुशवाह लोक गीत सुना रहें है,
कबर समये मोर बैरी नैना मा-
झुलत ते राइथे तोर चेहरा हा-
अरे झुलत राइथे तोर चेहरा हा-
येदे हिरदे के येना मा-
कबर समये मोर बैरी नैना मा...
Posted on: Aug 08, 2021. Tags: JIVAN KUSHWAHA DIMRAGARH JILA JANGIRCHANPA CHHATISGARH
स्वस्थ्य स्वर-भंगरा के रस का घरेलू उपचार बता रहे है...
बैध कदरनाथ पटेल ग्राम रनई थाना पटना जिला कोरिया छत्तीसगढ़ से वनों द्वारा भंगरा का औषधि प्रयोग के बारे में बता रहें है, प्रमेह पिंड इस रोग में भंगरा का एक भाग रस तुलसी का पत्ते छीन का पत्ते का पटोल पत्ते एक एक भाग का चुंड मिलाकर तथा कांजी में पीसकर लेप करने से घातक प्रमेह पिंड के रोग को नष्ट कर देता है, इसका उपयोग करें दूसरा नंबर सलिपद रोग यानि हांथी पांव रोग जो एक पैर मोटा हो जाता है इसके पंचाग के लूगी को तेल में मिलाकर अथवा इसके रस से सिलपद रोग को मालिश करने से अत्यंत लाभ हप्ता है ,इस बीमारी को पूरी तरह से नष्ट कर देता है तीसरी बीमारी का नाम अग्निदाक्त अग्नि से जले हुये स्थान पर भंगरे के पत्ते मेहदी और मरवा के पत्ते के साथ पीसकर लेप करने से सिग्र ही लाभ होता है नया मास भरने में उपयोगी है, जब भरण हुआ ठीक होने लगे तब भांगरे पत्ते के रस दो भाग काली तुलसी के पत्र रस एक भाग दिन में दो तीन बार लगाते रहने से जलन ठीक हो जाता है, ओर शरीर पर किसी किस्म दाग ही नहीं पड़ने पता है हाथ पैर और जलन वा शरीर के खुजली इसके स्वरास्क मालिश से लाभ होता है| संपर्क न.@9826040015
Posted on: Jul 09, 2020. Tags: CG JILA KEDERNATH KORIYA PATEL SONG SWSTHYA VICTIMS REGISTER SWARA
स्वस्थ्य स्वर-दाद खुजली का घरेलु उपचार बता रहें है...
ग्राम सारंगपुर पोस्ट तातापानी, जिला बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से बैध नंदलाल सिंह दाद खाज खुजली का घरेलु नुष्का बता रहें है, नीम के पत्ते को उबालकर शरीर के उपर जिस जगह पर दाद या खुजली हो उस जगह पर लगा ले, दो तीन घंटे बाद साफ पानी से नाहा ले दूसरा नुष्का धतुरा के फल को सरसों के तेल में गरम करके नहाने के बाद लगा ले,दो तीन इस बीमारी नष्ट कर देते है| संपर्क न.@7999161015