सच रे भईया बहिन मान आत्मा के डुबाये देवथी रे...सादरी भाषा में नशामुक्ति गीत
ग्राम-करंजखुल, जिला-सुन्दरगढ़ (उड़ीसा) से विपिन सादरी भाषा में एक गीत सुना रहे हैं जो नशा मुक्ति पर आधारित हैं :
सच रे भईया बहिन मान आत्मा के डुबाये देवथी रे-
हरी दारु पी-पी के आत्मा के मेरा लेके चिपा रे – बीडी सिगरेट पी -पी के आत्मा के मुसलेके के धोखाथि-
तम्बाकू खाए-खाय के गिरिजा केरे थे पाटिया रे थुकाथी-
सच रे भईया बहिन मान आत्मा के डुबाये देवथी रे...