मेरी मणि मेरे अच्छे विचार है, इन्ही विचारों के कारण मै हमेशा प्रसन्न रहता हूँ: संत...कहानी
एक संत थे वह हमेशा प्रसन्न रहते थे| चारो ओर चर्चा थी, उनके पास कोई मणि है. एक बार चोर उन्हें पकड़ कर जंगल ले गये और बोले बताओ मणि कहा है, जिसके कारण हमेशा मुस्कुराते रहते हो. संत मुस्कुराते हुए बोले मेरे पीछे आते जाओ और जहा-जहा पेड़ दिखे गड्डा खोदते जाओ मणि मिल जायेगी, संत ने जैसे बोला वैसे ही चोरों ने किया, रात होने को आई परन्तु चोरों को मणि नही मिली, फिर संत ने चोरो को पास बुलाकर कहा मेरे पास कोई मणि नही है, मेरी मणि मेरे मष्तिक में रहने वाले अच्छे विचार है| इन्ही विचारों के कारण मै हमेशा प्रसन्न रहता हूँ. संत की बात सुन चोरो को अपराधबोध हुआ और चोरी छोड़ ईमानदारी से जीवन बिताना शुरु कर दिया.
Posted on: May 01, 2018. Tags: SONG USHA SINGH VICTIMS REGISTER
मूर्ख सेठ और उसके सिक्कों में सीलन की कहानी...
बहुत पहले की बात है, एक गाँव में एक सेठ रहता था वह बहुत कंजूस था साथ ही मूर्ख भी था उसे अपने जमा किए हुए सिक्को की गिनती तक नहीं की थी, अपने अनगिनत सिक्के के ढेर को देखकर वह बहुत खुश रहता था| बरसात का मौसम जब आया तो कई दिनों तक वर्षा होती रही, सेठ को बस इतनी सी बात पता थी कि बरसात के कारण सिक्को में सीलन लग जाती है. सेठ को चिंता सताने लगी उसके पास कई बोरे सिक्के भरे थे उसने सोचा मेरे सिक्को को सीलन ना लग जाए तो जैसे बरसात रुकी सेठ ने अपने मुनीम की चौकसी में छत पर डलवा दिए दूसरे दिन उसका वजन लिया पहले जितना था उतना ही वजन निकला सेठ ने सोचा अभी सीलन निकली नही है, मुनीम को निर्देश देकर फिर धूप में फैला दिए, अब तो रोज़ का काम ना वजन कम होता था ना सेठ धूप दिखाना छोड़ता था, मुनीम परेशान हो गया एक दिन तंग आकर मुनीम ने अपने अधीन कर्मचारी को बोला क्यों न एक-एक पोटली सिक्के अपने घर ले जाए कर्मचारी मान गया और अपने घर दोनों ले गयें दूसरे दिन सिक्के फिर तुलवाए अब वजन कम था सेठ खुश होकर बोला अब सीलन निकल गई, बोला अब इन्हें बोरे में भरकर कोठरी में रख दो.
Posted on: Apr 23, 2018. Tags: SONG USHA SINGH VICTIMS REGISTER
जीवन में सतत अभ्यास करने से व्यक्ति निपुण होता है, परीक्षा में प्रथम आने का राज...कहानी
राजीव व संजीव दोनों दोस्त एक साथ एक ही कक्षा में पढते थे, राजीव हमेशा प्रथम आता था. जबकि संजीव मुश्किल से पास होता था, संजीव को सब उलाहना देते थे उसके साथ रहते हो उससे कुछ सीखों भी, संजीव ने सोचा क्यों न राजीव से राज जाना जाए, संजीव ने राजीव से पूछा दोस्त तुम कैसे पढते हो प्रथम कैसे आते हो, राजीव ने मुस्कुराते हुए कहा दोस्त टीचर जो भी पढ़ाते है मै ध्यान लगाकर सुनता हूँ, जो लिखने का होता है उसे मै रोज़ घर आकर दोहराता हूँ. पढने के बाद उसका अभ्यास करता हूँ, राजीव की बात सुनकर संजीव बोला मैं भी लिखकर अभ्यास करूँगा. दोस्तों कहानी का अर्थ यह है कि अभ्यास करने से ही विषय की गहरी समझ हो पाती है.
Posted on: Apr 14, 2018. Tags: SONG USHA SINGH UIKE VICTIMS REGISTER
जय बोलो, जय बोलो भोले नाथ की, भक्ति में खो जाएं भोले नाथ की...भजन
ग्राम-रक्सा, पोस्ट-फुनगा, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से उषा सिंह एक भजन सुना रही हैं :
जय बोलो जय बोलो भोले नाथ की, भक्ति में खो जाएं भोले नाथ की-
आओ महिमा गाएं भोले नाथ की, भक्ति में खो जाएं भोले नाथ की-
मोहे पार लगा दे शिव भोले, बिगड़ी बना दे शिव भोले-
जय बोलो दीना नाथ की जय बोलो भोले नाथ की-
जय बोलो जय बोलो भोले नाथ की, भक्ति में खो जाएं भोले नाथ की...
Posted on: Mar 22, 2018. Tags: SONG USHA SINGH VICTIMS REGISTER
सुन दिल की पुकार हे गौरी के नाथ- भजन...
ग्राम-रक्सा, पोस्ट-फुनगा, जिला-अनुपपुर, मध्ययप्रदेश से उषा सिंह एक भजन सुना रहे हैं:
शिव भोले शिव भोले-
सुन दिल की पुकार हे गौरी के नाथ-
इन आँखों में मूरत तेरी-
मन के मंदिर में है सूरत है तेरी-
होंठो पे नाम है तेरा-
सुन दिल की पुकार-
सुन अविनाशी सुन कैलाशी सुन गौरी के नाथ...