पीड़ितों का रजिस्टर: आर्थिक सहायता की मदद चाइए
ग्राम पंचायत :लखापुरी, ब्लाक :मर्दापाल, जिला: कोंडागांव,राज्य: छत्तीसगढ़ से बता रहे हैं उनको नक्सलियों ने पकड़ कर ले गए थे लगभग 10 दिन तक अपने साथ रखे थे फिर जंगल में मार कर फेंक दिए मर गए। फिर घर वालों को पता चला फिर नक्सलियों से छुड़ाकर घर लाए। उसमें बहुत गहरी चोट लगी थी। कोई भी हॉस्पिटल में भर्ती नहीं हो रहा था। एक महीना घर में रखें। एक महीने से बाद में कांकेर हॉस्पिटल में भर्ती हुआ। सरकार को कई बार आवेदन दिए लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी। उस समय वह समस्याओं का सामना करना पड़ा। अभी उनका सरकारी नौकरी लगा है 3फरवरी 2022 में। अधिक जानकारी के लिए संपर्क नंबर:6266794147
Posted on: Feb 05, 2023. Tags: CG DISPLACED FINANCIAL GONDAGAON MAOIST MARDAPAL REGISTER SUPPORT VICTIM
पीड़ितों का रजिस्टर: आर्थिक सहायता की मदद चाइए
ग्राम: उचाकोड , जिला: नारायणपुर, राज्य: छत्तीसगढ़ के सुकराम तालाम बता रहे है कि वह 2008 से शांतिनगर, नारायणपुर में रह रहे है। उसने कहा कि जब नक्सलियों ने उसे मारने की योजना बनाई तो वह वहा से भाग करआया। अपने परिवार में तीन लोग रह रहे हैं। शुक्राम ने कहा कि उन्होंने अपनी जमीन पुराने गांव में छोड़ दी थी और अब गांव वाले खेती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है। इसलिए वे सीजीनेट के साथियों से अनुरोध कर रहे है की अधिकारियों से बात करके आर्धिक मदद दिलाने में मदद करें । संपर्क नंबर: 7585271964
Posted on: Feb 04, 2023. Tags: CG DISPLACED FINANCIAL MOIST NARAYANPUR REGISTER SUPPORT VICTIM
बीबी हमरा के आजाद देना...देश भक्ति गीत एडिट करना है एडिट करना है
सुरेन्द्र पाल, ग्राम-मवई, जिला-बांधा (उत्तरप्रदेश) से एक देश भक्ति गीत सुना रहे हैं, जिसका बोल है,, बीबी हमरा के आजाद देना,,अपने संदेश रेकॉर्ड करने के लिए 08050068000 पर मिस्ट कॉल कर सकते हैं|
Posted on: Jan 27, 2023. Tags: BANDHA DESHBHAKTI SONG UP
तुझे भूलना तो चाहा ना भुला ना पाया...गीत-
नियाज ऊत्तरप्रदेश से एक गीत सुना रहे हैं:
तुझे भूलना तो चाहा ना भुला ना पाया-
जितना भुलाना चाहा उतना ही याद आये-
तुझे भूलना तो चाहा ना भुला ना पाया-
मुझे सता रही हैं तेरी पर की चाहत-
खाया हैं मेने धोखा जिससे मोहब्बत हो-
तुझे भूलना तो चाहा ना भुला ना पाया...
Posted on: Jan 25, 2023. Tags: HINDI NIYAJ SONG UP
हमे कुछ पाता नहीं हैं हम क्यों बहक रहे हैं...कविता
अनिल, जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश से एक कविता सुना रहे हैं :
हमें कुछ पता नहीं है, हम क्यों बहक रहे हैं-
राते सुलग रही है, दिन भी बहक रहे हैं-
देखा है जब से तुमको हमको नहीं जानते हैं-
तुम भी महक रहे हो हम भी महक रहे हैं-
बरसात के नहीं पर बदल गरज रहे हैं-
सुलझी हुई हैं जुल्फे पर हम उलझ रहे हैं...