लुटन लागो रे, लूटन लागो आज किसनवा को लूटन लागो रे...एक गीत
लुटन लागो रे, लूटन लागो आज किसनवा को लूटन लागो रे
देखो भईया आज किसनवा को लूटन लागो रे !!!
खेत भी खाली खलिहान भी ,घर में है अंधियारों भईया घर में है अंधियारों ,
बिजली वाले लाल रुपैया काटे भईया , लुटन लागो रे ....
लुटन लागो रे, लूटन लागो आज किसनवा को लूटन लागो रे
देखो भईया आज किसनवा को लूटन लागो रे !!!
जब किसनवा मंडी में जाये कांटा मारे न्यारो भैया कांटा मारे न्यारो ....२
जगह जगह पर लुट मंची है, हो रही भ्रष्टाचार भईया लूटन लागो रे ...
लुटन लागो रे, लूटन लागो आज किसनवा को लूटन लागो रे
देखो भईया आज किसनवा को लूटन लागो रे !!!
जब किसनवा थाना में जाये डंडा मारे न्यारो भईया डंडा मारे न्यारो ...२
जब किसनवा पैसा देवे बोले मीठा बोल रे भईया लूटन लागे रे ..
लुटन लागो रे, लूटन लागो आज किसनवा को लूटन लागो रे
देखो भईया आज किसनवा को लूटन लागो रे !!!