सुर्वे डार रे डार नवे माता, सुर्वे डार रे डार नवे माता...गोंडी गीत
ग्राम-पाठई, तहसील-पांदुर्ना, जिला-छिन्दवाड़ा (म.प्र.) से संजू सरयाम एक गोंडी गीत सुना रहे हैं इस गीत के माध्यम से यह बताया गया हैं इन्सान का मन चंचल होता हैं,किसी भी वस्तु को देखकर मन विचलित हो जाता हैं,जो काम करना चाहते हैं वो नहीं कर पाते, ध्यान कहीं ओर लग जाता हैं :
सुर्वे डार रे डार नवे माता-
सुर्वे डार रे डार नवे माता-
नवे-नवे-नवे भाभी नवे माता-
सुर्वे डार रे डार नवे माता-
डोडा ते अता रढे कपडागं सुकिले-
डोडा ते अता रढे कपडागं सुकिले-
इके अके उडना के कपडागं मरुंगता-
सुर्वे डार रे डार नवे माता...