पीड़ितों का रजिस्टर: गाँव के 2 लोगों की मुखबीर करार देके हत्या, डर से आधा गाँव खाली...
सुखदेव कचलाम, ग्राम बोगान कोयलीबेड़ा से 20 किमी दूर नारायणपुर जिला, बताते हैं कि माओवादियों ने उनके गाँव के 2 लोगों को मुखबिरी का आरोप लगा कर मार डाला। उनसे जुड़े हुए कार्यकर्ताओं से उन्हें भनक लगी कि माओवादी उन्हें भी मुखबीर समझ कर उनपे भी नजर रखे हुए हैं, जिसके बाद वे अपनी बच्ची को डॉक्टर को दिखाने के बहाने से 2009 में नारायणपुर आ गए। कुछ दिन बाद उनकी पत्नी भी वहाँ आ गईं। वे बताते हैं कि वे गायत्री परिवार से 1997 से जुड़े हुए हैं और जिन 2 लोगों की माओवादियों ने हत्या की, वे भी गायत्री परिवार से जुड़े हुए थे। वर्तमान में वे गुडरीपारा, नारायणपुर मे रहते हैं व घरों में बिजली का काम करते हैं। उनकी माँ अभी भी गाँव में खेती-बाड़ी करती हैं। उनके गाँव के 14-15 परिवारों में से 7 परिवार माओवादियों के डर से नारायणपुर में ही रहते हैं। उन्हें 2012-13 में सरकार से रु 30,000 सहायता राशि मिली, लेकिन उसके अलावा ना रहने को जमीन मिली, ना जीवन यापन के लिए नौकरी। वे अभी भी पुनर्वास योजना की आस में हैं। संपर्क नंबर @942414873