मन रामा ने बहन बजईयो, जाके बिंद्रावन बस जाई...पारम्परिक लोकगीत
ग्राम-सरईमाल, जिला-डिंडोरी मध्यप्रदेश से संतोष अहिरवार के साथ गाँव की बहने सोना, चंदा, उषा है जो एक पारम्परिक लोकगीत सुना रही है :
मन रामा ने बहन बजईयो, जाके बिंद्रावन बस जाई-
बिंद्रावन बस गए गंगा जमुना को मोये-
जल चारो शरण नहीं पाई, जाके बिंद्रावन बस जाई-
बिंद्रावन बस गए साधू संतो को मोहे-
धुनी जलन नहीं पाई, जाके बिंद्रावन बस जाई-
मन रामा ने बहन बजाई...