वनांचल स्वर: आने वाले पीढ़ी को फल, फूल और शुद्ध हवा मिल सकेगी...
ग्राम-कन्हारपुरी, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से संजय कुमार सोरी बता रहे हैं कि ग्राम मोदे में जब उनका आना हुआ था, तो उस समय पूरा इलाका जंगल था। रोड, पुलिया और टावर जैसा कुछ नही बना था। पूरे गांव का एक ही स्कूल था। वहां रोड बहुत खराब था तो चलना भी बहुत मुश्किल होता था। वह 22 साल से इस गांव में रह रहे हैं। अभी गांवों में बहुत बदलाव आ चुका है और गांव के लोगों ने सोचा कि उनको जंगल की सुरक्षा करना चाहिए। बच्चों को हर पेड़ के बारे में बताते है ताकि आगे चल कर वह लोग भी अपने जंगल की सुरक्षा करें। गांव वाले बच्चों को बीज दिखाते हैं। हर साल बच्चों का ग्रुप बना कर वृक्षारोपण करते हैं और उत्सुकता एवं खुशी से पौधे लगाते हैं। ऐसा करने से उनके आने वाले पीढ़ी को फल, फूल और शुद्ध हवा मिल सकेगी। अधिक जानकारी के लिए संपर्क@9407602369. (185730) GT
Posted on: Mar 05, 2021. Tags: CG KANKER SANJAY SORI VANANCHAL SWARA
वनांचल स्वर: वनों कि रक्षा में नौनिहालो का योगदान...
ग्राम-मोदे, तहसील-भानुप्रतापपुर, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) संजय कुमार सोरी बता रहे हैं कि उन्हें इस क्षेत्र में आए हुए 22-23 वर्ष हुए हैं, उस समय यहां सड़क, पूल और जरूरत के संसाधन नही थे। बच्चे कीचड़ पार करके विद्यालय आया करते थे। ये विद्यालय पहले 5वीं तक था, जिसकी वजह से बच्चो को 4-5 किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता था। गांव वालों ने इस बात को समझ और अधिकारियों से बात करके विद्यालय बनाया गया। शिक्षा के माध्यम से ही बच्चों को पर्यावरण को सुधारने के लिए समझाया जा सकता है। पहले पूर्वज वन को सुरक्षित रखते थे, अब ये जिम्मेदारी हम लोगों पर है और उनसे होते हुए नई पीढ़ी पर। पूर्वजो की वजह से ही वन-औसाधियाँ बची हुई हैं। बच्चे इन बातों को समझ रहें। समितियों की मदद से मिलने वाले बीजों को बच्चो से अवगत करवाया जा रहा है। हम बच्चों के साथ वृक्षारोपण अभियान भी चल रहें हैं।
संपर्क:- 9407602369(RM)