स्व सहायता समूह के माध्यम से कम दाम में सामान लेकर अच्छे दाम में बेचते है, उससे आमदनी होती है
ग्राम+पंचायत-मटनार, ब्लाक-लोहंडीगुडा, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से कीर्ति साहू के साथ गीता बाजपेयी बता रही है कि वो AW में काम करती है | जैसे कि उनके गाँव में 24 समूह है तो उन समूह में देखने और सीखाने को जाते है कि कैसे बचत करना है | उन लोगो को समूह के माध्यम से मानदेय राशि 1500 रूपये महीने का मिलता है | समूह के अंदर भी वे लोग काम करते है गप्पा टोकनी बनाते है, गाय बैल का धंधा करते है | इमली किलो के हिसाब से लेते है और मंडी में बेच देते है बैल कम दाम में लेकर अच्छे दाम में बेचते है उससे उनको आमदनी होती है | समूह की सभी महिलाये करती है | उनके समूह में 10 महिलाये है | उनके समूह का नाम दिव्या महिला स्वसहायता समूह है |