छुटख खार्रे ना नाना वायना,रन्ड ढोली बंगला था एदेला...गोंडी गीत
अंतागढ़ जिला कांकेर छत्तीसगढ़ से रघुवती कोर्राम ने गोंडी गीत गायी है इस गीत का अर्थ है कि जब लडकी अपने पडोस वालों के साथ राजा के बँगला में नाचने जाती है तो उस समय अपने साथी लडकियो को भी बुला कर ले जाती है चलो आज राजा के बंगले में नाच गाना हो रही है|गीत का बोल है
छुटख खार्रे ना नाना वायना
रन्ड ढोली बंगला था एदेला
कसन खार्रे ना नाना वायना
रन्ड ढोली बंगला थे एदेला
बिसु खार्रे ना नाना वायना
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