पीड़ितों का रजिस्टर: जेल जाने के बाद बहुत कुछ सिखने को मिला, घर में काफी दिक्कतें भी हो रही थी|
ग्राम- कोयपारा, पंचायत-भैंसासुर, ब्लाक-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) रमेश पोटई बता रहे हैं कि 2009 में उनको नक्सली समझ कर पुलिस वालों ने उन्हें नक्सली सहयोगी बता कर गिरफ्तार कर लिया, उनके घर में कोई काम करने वाले भी नही थे| और उनको जेल जाने के बाद बहुत कुछ सिखने को मिला, घर में काफी दिक्कतें भी हो रही थी| उनके परिवार वालें सब अलग रहते हैं, सरकार की तरफ से उनको कोई मदद भी नही मिली इसलिए सभी साथियों से मदद की अपील कर रहे हैं अधिक जानकरी के लिए संपर्क@9098848449.