कोयावंसी कोयतुर आंदुर, दाई न विनय के जागा...गोंडी सुमरनी गीत-
ग्राम-कौड़िया, तहसील-पांडुना, जिला-छिंदवाडा (मध्यप्रदेश) से रंजना उईके एक सुमरनी गीत सुना रही हैं :
कोयावंसी कोयतुर आंदुर, दाई न विनय के जागा-
लिंगो न विनय के जागा-
बड़ा हो दाई कछारगढ़ से बिगड़ी ही मा बनी की-
तैतीस करोड़ देवता ला माता कली कंकाली दाई-
गोंडी वंस ता बूढी माता बड़ा सदा सा दाई-
गोंडी वंस ता बूढी माता मावा सदा सा दाई...