स्वास्थ्य स्वर : खांसी के रोकथाम हेतु घरेलू उपचार...
जिला-टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) से वैद्द्य राघवेन्द्र सिंह राय खांसी के रोकथाम हेतु घरेलू नुस्खा बता रहे है: लघुकंदकारी (भटकटाई) यह जमीन से लगा हुआ छोटा पौधे के रूप में होता है, इसके नीली फूल होते हैं, तथा इसमें छोटे फल भी होते हैं |इसके फूल को तवे में रखकर जला लें, जलने के बाद वह जब राख हो जाए तो एक चुटकी शहद के साथ मरीज को प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन कराने से लाभ होगा | यह प्रयोग सभी अपने घर में कर सकते हैं, बिना कोई धन खर्च किये बिना | वैद्द्य राघवेन्द्र सिंह राय@9424759941.
Posted on: May 22, 2019. Tags: MADHYA PRADESH RAGHVENDRASINGH RAI SONG TIKAMGARH VICTIMS REGISTER
स्वास्थय स्वर : कब्ज (गैस) के निवारण हेतु घरेलू नुस्ख़े बता रहा है...
जिला-टीकमगढ़, (मध्यप्रदेश) से राघवेन्द्र सिंह राय पेट में कब्ज (गैस) के निवारण हेतु घरेलू नुस्ख़े बता रहा है: रात्रि में 8-10 बड़ी मुनक्कदा एक ग्लास दूध में उबाल लें, उबालने के बाद ठीक तरह से ठंडा करने के बाद मुनक्कदा के बीज निकालकर फेक दें और बाकी शेष को खा लें ऊपर से दूध पी लें ऐसे करने से लाभ प्राप्त होता है |इसके अलावा एक नीबू के दो टुकड़े कर लें और बीज हटा लेने के बाद सोंठ, पीपल,काली मिर्च, काला नमक डाल के छोड़ दें| और बाद में इसके रस चूसने से आराम मिलता है |राघवेन्द्र सिंह राय@9424759941.
Posted on: May 19, 2019. Tags: MP RAGHVENDRASINGH RAI SONG TIAKMGARH VICTIMS REGISTER
स्वास्थ्य स्वर: पेट में कीड़े होने पर आडूसा से घरेलू उपचार...
जिला-टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) से वैद्य राघवेन्द्र सिंह राय आडूसा के पौधे से घरेलू उपचार बता रहे हैं: आडूसा हमारे आस-पास ही पाया जाने वाला औषधीय पौधा है, ये उदर कृमि (पेट में कीड़े) हों तो आडूसा के पत्तों के रस में मधु (शहद) मिलाकर सेवन करने से कृमि नष्ट होकर बाहर निकल जाते हैं, जिससे पीड़ित को आराम मिलता है, किसी व्यक्ति को चर्म रोग दाद,खाज-खुजली हो तो इसके 20 पत्ती को 10ग्राम हल्दी के चूर्ण गौ मूत्र में मिलाकर लेप करने से तत्काल आराम मिलता है, इसके अतिरिक्त अधिक उल्टी (वमन) होने पर इसके पत्तियों के रस में शहद के नीबू का रस मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है| यह सभी अपने घर में भी कर सकते हैं:
वैद्य राघवेन्द्र सिंह राय@9424759941.
Posted on: Sep 11, 2018. Tags: MP RAGHVENDRASINGH RAI SONG SWASTHYA SWARA TIAKMGARH VICTIMS REGISTER
स्वास्थ्य स्वर: कैथ (कबिट) औषधीय वृक्ष के गुण ...
जिला-टीकमगढ़, (मध्यप्रदेश) से वैद्य राघवेन्द्र सिंह राय कैथ (कबिट) के औषधीय गुण के बारे में बता रहे हैं:कैथ (कबिट): यह औषधि वृक्ष हमारे चारों ओर पाए जाने वाले पर्यावरण के में ही पाया जाता है, इसे स्वास्थ्य उपचार हेतु बड़े नर्सरी में लगाया जाता है, यह एक बड़े वृक्ष के रूप में होता है| पित्त समन (जलन) के लिए कैथ (कबिट) फल के मृदु (अंदर वाला भाग) में शक्कर मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है, इसके पत्तों के रस में दूध मिलाकर सेवन करने से पित्त समन में लाभ होता है, साँस लेने में दिक्कत है तो इसके फल के रस में लेंड़ी पेपर (पिपली) के चूर्ण मिलाकर शहद के साथ सुबह-शाम प्रतिदिन सेवन करने से अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है| ये सभी अपने-अपने घरों में आसानी से कर सकते हैं.राघवेन्द्र सिंह राय@9424759941.