चूडू रे मरका ते, बार रे वाता हो, बार रे वाता...गोंडी गीत
निरपाल कुम्हरे ग्राम-वर्राटोला तहसील-नयनपुर जिला-सिवनी (मप्र) से एक गोंडी गीत गा रहे हैं |गीत का अनुवाद – छोटे आम के पेड़ में आम का फूल लगा है, उसे देखकर अपना मन उसकी ओर आकर्षित होने लगता है और आम खाने की इच्छा होने लगती हैं:
चूडू रे मरका ते, बार रे वाता हो, बार रे वाता
सूड़ा-सूड़ा सांगो न दिल वाता मरका ते
मरका काया हो, दिसा लाता हो, दिसा लाता
पिलो-पिलो सांगो न दिल वाता मरका ते
चूडू रे मरका ते, बार रे...
मरका काया ते, सुडा वाता हो, सुडा वाता
पिया-पिया सांगो न दिल वाता मरका ते
चूडू रे मरका ते बार रे...
मरका काया ते, सुडा वाता हो, सुडा वाता
येंदा येंदा सांगो न ढूढो डीमका जलका ते