आदिवासी अपने बच्चों को पढ़ाना तो चाहते हैं, लेकिन पैसे नहीं होने की वजह से पढ़ा नहीं पाते हैं...
ग्राम पंचायत लहरी, तालुका- भामरागढ़, जिला- गढ़चिरोली (महाराष्ट्र) से मोहन यादव के साथ माडिया समाज के विद्यार्थी लालसू पोलो अपने क्षेत्र में आदिवासियों के पिछड़ेपन के कारण से अवगत करा हैं| वह कह रहे हैं, उनके क्षेत्र में बहुत परेशानियां है | उनके इलाके के आदिवासी अपने बच्चों को पढ़ाना तो चाहते हैं और खूब आगे भी बढ़ाना चाहते है, लेकिन क्षेत्र के लोगों की आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं होती है, कि वह अपने बच्चों को पढाई करा सकें | पैसों की कमी क्षेत्र के आदिवासियों के पिछड़ेंपन का मुख्य कारण है | आदिवासी साथी इस प्रकार की और भी समस्याओं से जूझ रहे हैं: संपर्क- 7588765670. (169817) NP