पीड़ितों का रजिस्टर: शहर आवाजाही पे मुखबीर समझकर गांव से भगाए गए...
रैनूराम हिचामी, ग्राम ढुंडरीबेड़ा, पंचायत मेटानार, ब्लॉक ओरछा, जिला नारायणपुर, छत्तीसगढ़ से बताते हैं कि वे अपने गांव में शिक्षक के रूप में काम करते थे। उन्होंने कक्षा 12वीं तक पढ़ाई कि है। बच्चों के लिए कॉपी-किताब लाने व बैंक के काम से उनहेइऑन नारायणपुर आना जाना पड़ता था। इसी कारण उनपे नक्सलियों ने मुखबिरी का शक किया। जिसके पश्चात वे और उनकी पत्नी पलायन कर नारायणपुर जिला मुख्यालय या गए और तब से नायपारा में रहते हैं। सरकार से उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। संपर्क नंबर@7646842674.