जीवन में कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो...गीत
ग्राम-लांजीत, विकासखण्ड-ओड़गी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से मंजू सिंह एक गीत सुना रही है:
जीवन में कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो-
आगे-आगे बढ़ना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो-
चलने वाला मंजिल पाता, बैठा पीछे रहता है-
ठहरा पानी सड़ने लगता, बहता निर्मल होता है-
तेज़ दौड़ने वाला खहरा, दो पल चलकर हार गया-
धीरे-धीरे चलता कछुआ, देखो बाज़ी मार गया-
धरती चलती तारे चलते, चाँद रात भर चलता है-
किरणों का उपहार बाटने, सूरज रोज़ निकलता है...