हाले ओ नानों केला ओ नानों...गोंडी गीत-
ग्राम-बड़े किलेपाल, ब्लॉक-बास्तानार, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से कुमार बाई एक गोंडी गीत सुना रहीं हैं:
हाले ओ नानों केला ओ नानों-
वेया वे सेलवा वे नानों-
अमुड़ो नानों वेया वे-
हाले ओ नानों केला ओ नानों...
Posted on: Jun 08, 2022. Tags: BAI BASTANAR BASTAR CG GONDI KUMAR SONG
किसान स्वर: कम खर्च में अच्छी खेती कर हम किसान उन्नत और खुशहाल स्थिति तक पहुँच सकते है...
झाबुआ (मध्यपदेश) से संदीप बैरागी बता रहे हैं, हम अक्सर पढ़ते है हमारा देश सोने की चिड़िया अर्थात संपन्न और खुशहाल हुआ करता था, जिसका कारण है किसान, हमारे देश में मसाला बहुत मात्रा में उत्पादन होता था, जिसे विदेशो में बेचा जाता था, जिसके अच्छे दाम मिलते थे, लेकिन धीरे-धीरे विदेशी कंपनियों ने एकाधिकार कर देशी उद्योग को खत्म कर दिया, जिसके परिणामस्वरुप आज किसान बेहाल है, किसान आज अपनी खेती अपनी मर्जी से नही कर रहा है, दवाई कम्पनियो के चंगुल में फस चुका है, दवाई कम्पनियों के एजेंट आते हैं, और अपनी दवाई का प्रचार कर बेचते हैं, इसलिए वे सभी से अनुरोध करते हुए कह रहे हैं कि हम ऐसी खेती करें, जिसमे कम खर्च पर अच्छी खेती हो तभी हम उन्नत और खुशहाल हो सकते हैं, आज हमें आत्म निर्भर होने की आवश्यकता है : बैरागी@8817049109.
Posted on: Aug 20, 2018. Tags: JHABUA KISAN MADHYA PRADESH SANDIP KUMAR BAIRAGI SONG VICTIMS REGISTER
लड़का होगा या लड़की इसके लिए महिला जिम्मेदार नही, मानसिकता को बदलने की आवश्यकता...
लोगों के मन में इच्छा होती है कि उसके घर में बेटा जन्म ले और उसकी चाह से अक्सर महिलाओं पर अत्याचार होता है, जबकि उसका कारण महिला नही है फिर भी वे अत्याचार का शिकार होती है, लड़का जन्म लेगा या लड़की यह पुरुष के गुणसूत्रों पर निर्भर करता है, लेकिन समाज में मानसिकता है कि इसका कारण महिला ही हैं, पुरुष में X, Y और महिला में X, X गुणसूत्र होते हैं, जब पुरुष का Y और महिला का X गुणसूत्र मिलता है, तब बेटा, लेकिन जब पुरुष और महिला दोनों का X, X गुणसूत्र मिलता है तो बेटी होती है, महिला में बेटे का गुण होता ही नही फिर भी उसे जिम्मेदार ठहराया जाता है, अत्याचार होता है इसलिए आज के इस मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है |
Posted on: Jul 31, 2018. Tags: SANDIP KUMAR BAIRAGI SONG VICTIMS REGISTER
किसान स्वर : खेती में दवा छिड़काव किये बिना कीट नियंत्रण के तरीके-
झाबुआ (मध्यप्रदेश) से संदीप कुमार बैरागी बिना दवा छिड़काव किए कीट नियंत्रण के तरीके बता रहे हैं, वे कह रहे हैं कि अक्सर किसान पैसा खर्च करके दवा खरीदकर खेती पर कीट नियंत्रण करते हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में कोई खर्च नही करना है, इसके लिए खेतों में T आकार की डंडियां लगाएं, जिसमे पक्षियां बैठ सके और इल्लियों को खा जाएं, दूसरा उपाय यदि खेतो में लाईट की सुविधा हो तो वहां पर एक बल्ब जलाएं जिससे कीट वहां आएगे और मर जाएंगे इस तरह से कोई खर्च नही होता है और फसलो पर को कोई नुकसान भी नही होता| सम्पर्क नम्बर @8817049109.
Posted on: Jul 29, 2018. Tags: SANDEEP KUMAR BAIRAGEE SONG VICTIMS REGISTER
किसान स्वर : जैविक खाद (जीवामृत) बनाने की विधि...
जिला-झाबुआ (मध्यप्रदेश) से सुनील बैरागी जैविक खेती के लिए खाद बनाने की विधि बता रहे हैं, इसे जीवामृत खाद कहते हैं, खाद को बनाने के लिए 10 किलो गाय का ताजा गोबर, 10 किलो गाय का पेशाब, जितना पुराना हो सके, एक किलो गुड़ और एक किलो बेसन सभी को घोल कर छाँव वाली जगह में रख दें, और दिन में 3 से 4 बार लकड़ी से हिलाते रहे, बर्तन के मुंह को कपड़े से बांध कर ढक दें, 8 दिन में खाद तैयार हो जाएगा, एक एकड़ भूमि के लिए इतना खाद पर्याप्त है, खेत में एक बार खाद देने के 30 दिन बाद दोबारा से खेत में खाद डाल सकते हैं, इससे कम खर्च में घर पर ही अच्छा खाद तैयार कर सकते हैं| सुनील कुमार बैरागी@8817049109.